लोक सभा चुनाव में केजरीवाल की दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की मांग झूठी है
दिल्ली की इतनी बर्बादी करने के बाद अब केजरीवाल और भी दग़ाबाजी कर रहा है और सब काम दिल्ली को पूर्ण राज्य बनने के बाद करने के झूठे वादे कर रहा है ।
By Rakesh Raman
हम सब जानते हैं कि अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) और केजरीवाल की दिल्ली सरकार अपनी असफ़लताओं को छुपाने के लिए कई नाटक करती है।अब लोक सभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का झूठा वादा करके एक बार फिर लोगों को मूर्ख बनाने का काम शुरू कर दिया है।
केजरीवाल जानभूझ कर दिल्ली की जनता को नहीं बता रहा कि पूर्ण राज्य का निर्णय सिर्फ भारत की संसद कर सकती है जबकि दिल्ली में कुल संसद की सीटें सिर्फ सात हैं । वैसे तो आम आदमी पार्टी को चुनाव में एक भी सीट मिलनी असंभव लग रही है । लेकिन अगर आप एक पल के लिए यह मान लें कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सातों सीटें भी जीत जाती है तो भी उसके लिए दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना असंभव है ।
तो फिर केजरीवाल पूर्ण राज्य की बात करके वोटें क्यों मांग रहा है ? वह इसलिए कि केजरीवाल की सरकार ने पिछले 4 साल में दिल्ली में कुछ भी काम नहीं किया और सिर्फ दिल्ली की बर्बादी की है । इसलिए वह काम के आधार पर तो वोटें मांग नहीं सकता । तभी वह पूर्ण राज्य जैसे झूठे वादे करके लोगों को गुमराह कर रहा है ।
जो काम केजरीवाल की दिल्ली सरकार को अब तक कर देने चाहिए थे, अब उन कामों को भी केजरीवाल लोक सभा चुनाव को जितने के बाद करने का बहाना बना रहा है । बेचारे भोले-भाले लोगों को केजरीवाल यह कह कर धोखा दे रहा है कि यदि उसकी आम आदमी पार्टी लोक सभा चुनाव जीत गयी तो दिल्ली के लोगों को नौकरी मिलने लगेगी । यह सरासर झूठ है क्योंकिं नौकरी तो पुरे देश में कहीं नहीं।
दिल्ली के स्कूलों को बर्बाद करने के बाद, अब केजरीवाल कह रहा है कि चुनाव को जितने के बाद स्कूलों को ठीक कर देगा।तो पिछले 4 साल क्या कर रहा था ? क्यों नहीं किया दिल्ली के स्कूलों में शिक्षा का सुधार? जिन मोहल्ला क्लिनिक की सफ़लता के केजरीवाल गीत गाता है उनका इतना बुरा हाल है कि उनमें जाते ही ठीक आदमी भी बीमार पड़ जाए। और चुनाव के बाद अपने काले कारनामों को छुपाने के लिए केजरीवाल नये बहाने बनाने लगेगा ।
अब भ्रष्टाचार को ले लें । आज यह सवाल देश के बच्चे-बच्चे की जुबां पर है कि क्या दिल्ली का मुख्य मंत्री केजरीवाल भारत का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी नेता है। हो भी सकता है। वैसे तो दिल्ली दुनिया का सबसे अधिक प्रदूषित नगर माना जाता है, लेकिन आज यह जानना मुश्किल हो गया है कि दिल्ली में प्रदूषण ज्यादा है या भ्रष्टाचार।
हालाँकि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) का नारा है – “भ्रष्टाचार मुक्त भारत हमारी मांग नहीं हमारी जिद्द है।” लेकिन यदि पिछले 4 साल के रिकॉर्ड को देखें तो केजरीवाल सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। अब भ्रष्टाचार मुक्त भारत का तो दूर-दूर तक नामों-निशान तक नहीं, लेकिन दिल्ली को देखें तो लगता है कि केजरीवाल “भ्रष्टाचार युक्त भारत” का निर्माण कर रहा है।
आम आदमी पार्टी के नेताओं और मंत्रीयों के खिलाफ भ्रष्टाचार की कई शिकायतें हैं लेकिन केजरीवाल यह कह कर बच जाता है कि यह शिकायतें राजनीति से प्रेरित हैं। हाल ही में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने लोकायुक्त के नोटिस को भी नहीं माना जिसमें उनसे अपने धन के बारे में पूछा गया था।इससे यही लगता है कि केजरीवाल और उसके साथियों के पास आय से अधिक सम्पत्ति है जिसे वे छुपाना चाहते हैं।
दिल्ली की इतनी बर्बादी करने के बाद अब केजरीवाल और भी दग़ाबाजी कर रहा है और सब काम दिल्ली को पूर्ण राज्य बनने के बाद करने के झूठे वादे कर रहा है । मार्च के महीने में केजरीवाल ने पूर्ण राज्य को लेकर एक और धोखा किया था जब उसने कहा था कि वह अनिच्छित काल के लिए भूख हड़ताल पर बैठेगा और तब तक नहीं उठेगा जब तक दिल्ली को पूर्ण राज्य नहीं मिल जाता चाहे हड़ताल में उसकी जान ही क्यों न चली जाये । लेकिन ठीक वक्त पर केजरीवाल दुम दबा कर भाग गया और भूख हड़ताल पर नहीं बैठा ।
लोगों को ऐसे झूठे और फरेबी आदमी और उसकी पार्टी को एक भी वोट नहीं देना चाहिए । यदि आपने दिल्ली को बचाना है तो केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को कभी वोट न दें और इसे दिल्ली से निकाल कर बाहर कर दें ।
By Rakesh Raman, who is a national award-winning journalist and social activist. He is the founder of a humanitarian organization RMN Foundation which is working in diverse areas to help the disadvantaged and distressed people in the society. He also creates and publishes a number of digital publications on different subjects.