एमसीडी चुनाव: क्या आप भी हैं दिल्ली के विनाशकारी नेताओं से परेशान?
एमसीडी चुनाव: क्या आप भी हैं दिल्ली के विनाशकारी नेताओं से परेशान?
झाडू हुआ है तिनके तिनके
हाथ का छूटा साथ
कमल मुरझाया, काम न आया
दिल्ली हुई बरबाद ।
By Rakesh Raman
भाइयो, बहनो, और बाकी सब प्राणियो। हो सकता है आपको मेरी कविता पसंद न आयी हो। लेकिन फिर भी आप इस कविता की गहराई को समझने की कोशिश कीजिए। यदि आप अपने चारों तरफ नज़र घूमा कर देखें तो आप को बिल्कुल साफ़ दिखेगा कि झाडू, हाथ, और कमल वालों ने हमारी दिल्ली को पूरी तरह से बरबाद कर दिया है।
छोटी पार्टियों को तो भूल ही जाओ, वे किसी काम की नहीं हैं। यदि आप भाजपा, कांग्रेस, और आप के नेताओं को देखें तो वे इतने धोखेबाज़ और मक्कार हैं कि एक जगह से चुनाव जीतने के बाद वहाँ की जनता को बिल्कुल भूल जाते हैं और किसी और प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए भाग जाते हैं।
दिल्ली में ऐसा ही हुआ है। इसीलिए तो दिल्ली की आज ऐसी दुर्दशा है कि लोग दिल्ली की बजाए नर्क में रहना पसंद करेंगे। आज दिल्ली में इतना गंद है कि बदबू के कारण लोग बेहोश हो कर गिर पड़ेंगे।
जब कोई बाहर से दिल्ली में आता है तो टूटी हुई सड़कें और आवारा कुत्ते उनका स्वागत करते हैं। माफ़ कीजियेगा मैं किसी नेता को आवारा कुत्ता नहीं कह रहा। मैं तो असल के आवारा कुत्तों की बात कर रहा हूँ।
यदि हम शिक्षा की बात करें तो दिल्ली के स्कूलों में शिक्षा तो न के बराबर है परन्तु शिक्षा के नाम पर अध्यापकों का भ्र्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है और विद्यार्थी जुल्म की दुनिया की और जा रहे हैं।
पहले तो भ्र्रष्टाचार सिर्फ सरकारी दफ्तरों में था। लेकिन अब भ्र्रष्टाचार स्कूलों और दिल्ली के घरों में भी प्रवेश कर चुका है। लेकिन सभी पार्टियों के नेताओं को यह लगता है कि हमारे जैसे आम लोगों को गंदगी, महंगाई, और भ्र्रष्टाचार से तंग करना ही काफी नहीं है। इसलिए अब तो उन्होंने अपने लालच के लिए लोगों को मारने का पूरा प्रबन्ध कर लिया है।
इन नेताओं ने मिल कर अब हवा में प्रदूषण का ज़हर मिलाना शुरू कर दिया है। पहले तो प्रदूषण सिर्फ सड़कों पर था, लेकिन अब सरकार ने जानलेवा प्रदूषण दिल्ली के घरों में भी भेजने की ठान ली है।
सभी लोग – बच्चे, बूढ़े, और जवान – घरेलू प्रदूषण से बीमार पड़ रहे हैं और मरने वाले हैं, लेकिन उनकी दर्द भरी चीखें सुनने का किसी नेता के पास समय नहीं है। नेता तो सिर्फ झूठे भाषण देकर और एक दूसरे पर कीचड़ उछाल कर किसी भी तरह एमसीडी के चुनाव जीतना चाहते हैं।
[ Humanitarian Crisis Persists at DPS Housing Society in Delhi ]
[ Save the Senior Citizens of Dwarka from Lethal Dust Pollution ]
लेकिन हमारी जैसी भोली–भाली जनता को अब धीरे–धीरे इन सभी नेताओं की काली करतूतें नज़र आ रही हैं। इसीलिए रमन मीडिया नेटवर्क के एक नए पोल के अनुसार अधिकतर लोग एमसीडी चुनाव में किसी भी बड़ी पार्टी के कैंडीडेट को वोट नहीं देना चाहते। लोगों का मानना है कि सभी पार्टियों के नेता उन्हें अपनी अपनी तरह से लूट रहे हैं।
बहुत से समझदार लोगों ने तो किसी भी चुनाव में वोट देना ही बंद कर दिया है क्योंकिं उनका मानना है कि भारत की राजनीति में अधिकतर चोर, लूटेरे, और अपराधी ही शामिल होते हैं।
आप भी एमसीडी चुनाव वाले पोल में हिस्सा ले सकते हैं।
Which party can save Delhi from impending disaster?
[yop_poll id=”3″]
और मेरी आप सब से यही प्रार्थना है कि एमसीडी चुनाव में वोट डालने से पहले आप दस बार सोचिए। यदि आपने वोट डालना ही है तो जो भी नेता आप को कोई उपहार आदि देने की कोशिश करता है, वह उपहार आप वापिस उस के मुँह पर दे मारें। क्योंकिं यह उपहार नहीं रिश्वत है, जो नेता आप को दे रहा है ताकि आप उसे रिश्वत के बदले वोट दें।
ऐसे ही नेताओं ने पिछले 70 साल में हमारे भारत को बरबाद कर दिया है।अब हमें ऐसे भृष्टाचारी और धोखेबाज नेताओं को भगाना है और भारत को बचाना है। मानते हैं न आप?
By Rakesh Raman, who is a government’s National award-winning journalist and runs free school for deserving children under his NGO – RMN Foundation.